उत्तरकाशी। गंगोत्री नेशनल पार्क की ओर से गोमुख-तपोवन ट्रैक पर करीब तीन क्विंटल कूड़ा एकत्रित किया गया है। पार्क प्रशासन की ओर से कूड़ा निस्तारण के लिए नगर पंचायत गंगोत्री को दिया गया है। पार्क के कर्मचारियों की ओर से पहले चरण में 220 कट्टे और दूसरे चरण में 160 कट्टों पर कूड़ा एकत्रित कर खच्चरों के माध्यम से गंगोत्री पहुंचाया गया। वन विभाग की ओर से गेट बंद होने से पहले हर वर्ष इस प्रक्रिया का पूरा किया जाता है।गोमुख-तपोवन ट्रैक सहित उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ट्रैकिंग और पर्वतारोहण के दौरान वहां पर किसी प्रकार का कूड़ा कचरा फैलना पूर्णत प्रतिबंध है। इसके साथ ही गंगोत्री नेशनल पार्क के नियमों के तहत ट्रैकर्स को अपना कूड़ा अपने साथ ही वापस लाना होता है लेकिन उसके बाद भी ट्रैकर्स और पर्वतारोही नियमों का उल्लंघन कर रहे हैंं।
हालांकि कई दल अपना कूड़ा अपने साथ ही वापस लाते हैं लेकिन उसके बावजूद उच्च हिमालयी क्षेत्र कूड़े से प्रदूषित हो रहे हैं। गंगोत्री नेशनल पार्क की ओर से गेट बंद होने से पहले गोमुख ट्रैक पर स्वच्छता अभियान चलाया जाता है। पार्क के कनखू बैरियर के इंचार्ज वन दरोगा राजवीर रावत ने बताया कि पहले अक्तूबर के प्रथम सप्ताह में वन विभाग के कर्मचारियों ने चीड़बासा, भोजबासा आदि क्षेत्रों और पूरे ट्रैक पर कृड़ा एकत्रित किया गया।इस दौरान 220 कट्टे एकत्रित हुए थे। वहीं उसके बाद इस सप्ताह दोबारा यह अभियान चलाया गया। इस दौरान 160 कट्टे कूड़ा एकत्रित किया गया। कूड़े का निस्तारण के लिए गंगोत्री नगर पंचायत को दिया गया है। ट्रैकर्स पर्वतारोहियों को लगातार जागरूक कर रहे हैं कि उच्च हिमालयी क्षेत्रों की स्वच्छता के लिए प्रतिबद्ध रहें।