हर दिन सुबह 6 बजे ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (ओएमसी) पेट्रोल और डीजल की कीमतों की घोषणा करती हैं। ओएमसी वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों और विदेशी मुद्रा दरों में उतार-चढ़ाव के जवाब में कीमतों को समायोजित करती हैं। जिससे यह सुनिश्चित होता है कि उपभोक्ताओं को हमेशा लेटेस्ट फ्यूव रेट के बारे में जानकारी मिलती रहे।
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारण
कच्चे तेल की कीमत- पेट्रोल और डीजल के उत्पादन के लिए प्राथमिक कच्चा माल कच्चा तेल है। इस प्रकार, इसकी कीमत सीधे इन ईंधनों की अंतिम लागत को प्रभावित करती है।
भारतीय रुपये और अमेरिकी डॉलर के बीच विनिमय दर- कच्चे तेल के एक प्रमुख आयातक के रूप में, भारत के पेट्रोल और डीजल की कीमतें भारतीय और अमेरिकी डॉलर के बीच विनिमय दर से भी प्रभावित होती हैं।
टैक्स- पेट्रोल और डीजल पर केंद्र और राज्य दोनों सरकारों द्वारा विभिन्न टैक्स लगाए जाते हैं। ये टैक्स राज्यों में अलग-अलग हो सकते हैं, जो पेट्रोल और डीजल की अंतिम कीमतों पर उल्लेखनीय प्रभाव डालते हैं।
पेट्रोल और डीजल की मांग- पेट्रोल और डीजल की मांग भी इनकी कीमतों को प्रभावित कर सकती है। अगर इन ईंधनों की मांग बढ़ती है, तो इससे कीमतें बढ़ सकती हैं।