Monday, December 1, 2025
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कॉलेज प्रशासन के सामने मुश्किल खड़ी योगनगरी में खाली हैं योग व्यावसायिक पाठ्यक्रम की सीटें

योगनगरी में देश-दुनिया से योग सीखने के लिए लोग पहुंचते हैं। बावजूद यहां श्रीदेव सुमन विवि के पं. ललित मोहन शर्मा परिसर में योग व्यावसायिक पाठ्यक्रम की सीटें खाली हैं। वर्ष 2003 में पं. ललित मोहन शर्मा परिसर में योग पाठ्यक्रम पीजी डिप्लोमा के साथ शुरू किया गया था। तब कॉलेज हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि से संबद्ध था।वर्ष 2008 में गढ़वाल विवि ने एमए योग पाठ्यक्रम को भी मान्यता दी। जिसके बाद यहां एमए योग पाठ्यक्रम भी संचालित होने लगा लेकिन विवि ने उक्त दोनों पाठ्यक्रमों को स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रम की श्रेणी में रखा था। वर्ष 2019 में कॉलेज को श्रीदेव सुुमन विवि का परिसर बना दिया गया लेकिन पाठ्यक्रमों में कोई बदलाव नहीं किया गया। वर्तमान में एमए योग में 60 व पीजी डिप्लोमा में 40 सीटें हैं। एमए योग प्रथम सेमेस्टर में 10 सीटें खाली हैं, जबकि पीजी डिप्लोमा में मात्र पांच ही प्रवेश हुए हैं। 35 सीटें अब भी खाली हैं। ऐसे में अब इन सीटों को भर पाना कॉलेज प्रशासन के लिए मुश्किल होता जा रहा है। क्षेत्र में योग करने के लिए छात्र ही नहीं मिल रहे हैं। इससे पाठ्यक्रम की सीटें खाली हैं। जबकि छात्र-छात्राओं को पीएचडी के लिए अन्य विश्वविद्यालयों का रुख करना पड़ता है।

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