Sunday, September 21, 2025
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15 सितंबर से श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन ओल्ड लिपुपास से कैलाश पर्वत के दर्शन को केंद्र की मंजूरी

देश भर के शिव भक्त अब पहली बार भारत की भूमि से ही पवित्र कैलाश पर्वत के दर्शन कर सकेंगे। केंद्र सरकार की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद शासन ने 15 सितंबर से ओल्ड लिपुपास को श्रद्धालुओं के लिए खोलने का फैसला लिया है। 18 हजार 300 फुट की ऊंचाई पर स्थित ओल्ड लिपुपास पिथौरागढ़ जिले की व्यास घाटी में स्थित है। इसके खुलने के बाद श्रद्धालु लिपुलेख तक पहुंच सकेंगे। जहां से उन्हें सामने साक्षात कैलाश पर्वत के दर्शन होंगे। कोरोना काल से पहले तक केंद्र सरकार कुमाऊं मंडल विकास निगम के माध्यम से कैलाश मानसरोवर यात्रा कराती थी। तब शिव भक्त लिपुपास से पैदल यात्रा कर चीन बार्डर पार कर कैलाश मानसरोवर के दर्शन करते थे। कोरोना काल के बाद से यह यात्रा बंद है। वहीं दूसरी ओर भारत चीन विवाद के कारण अभी तक चीन सरकार ने भारत सरकार को कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए अपनी सहमति नहीं दी है। लंबे समय से शिव भक्त कैलाश मानसरोवर की यात्रा करना चाहते हैं। इसे देखते हुए केंद्र सरकार ने भारत की भूमि से ही श्रद्धालुओं को पवित्र कैलाश पर्वत के दर्शन कराने का फैसला लिया है।

अधिकारियों के मुताबिक यह दर्शन ओल्ड लिपुपास से कराए जाएंगे। धारचूला से होकर ओल्ड लिपुपास पहुंचने के बाद श्रद्धालु लगभग डेढ़ किलोमीटर की चढ़ाई पैदल पार कर उस स्थान पर पहुंच जाते हैं जहां से उन्हें सामने स्थित पवित्र कैलाश पर्वत के दर्शन होते हैं। यही नहीं यहां से श्रद्धालु हिमालय की चोटियों क्रमश: नंदा देवी, नंदा कोट और पंचाचूली का भी दीदार कर सकते हैं। कुमाऊं मंडल विकास निगम को श्रद्धआलुओं के लिए आधारभूत सुविधाएं जुटाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। निगम ने भी अपने स्तर से इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। 15 सितंबर से ओल्ड लिपुपास को खोलने की तैयारी है। इस संबंध में कुमाऊं मंडल विकास निगम के अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्थाएं कराने के निर्देश दे दिए गए हैं ताकि यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कतें न हों। – दीपक रावत, कुमाऊं आयुक्त

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