गर्मी के दिनों में पिंडारी, सुंदरढूंगा और कफनी ग्लेशियर की यात्रा करने के लिए देश-विदेश के ट्रैकर पहुंच रहे हैं। आठ बंगाली ट्रैकरों का एक दल 5922 मीटर ऊंची माउंट बलजूरी का सफल आरोहण कर लौट आया है, जबकि एक दल बृहस्पतिवार को पिंडारी की ट्रैकिंग पर रवाना हुआ है। ग्लेशियर की सैर कराने वाले प्रसिद्ध टूर गाइड दिनेश सिंह दानू के नेतृत्व में दल ने दो जून को बागेश्वर से अभियान की शुरूआत की और खाती पहुंचा। तीन जून को ट्रैकर खाती से द्वाली और चार जून को पिंडारी बेस कैंप पहुंचे। पांच जून को कैंप एक की लौटाफेरी के बाद छह जून को दल कैंप एक पहुंचा। सात जून को कैंप एक से समिट कैंप पहुंचे। आठ जून को रात के एक बजे बलजूरी पर्वत की कठिन चढ़ाई शुरू हुई।
दल के सदस्य पूरी रात पर्वतारोहण कर सुबह सात बजे बलजूरी पर्वत पहुंचे। कुछ समय वहां बिताने के बाद उसी दिन यात्री समिट कैंप होते हुए कैंप एक में पहुंचे। 12 जून को बागेश्वर पहुंचने के बाद बंगाली ट्रैकरों का दल गंतव्य को रवाना हुआ। दल में बंगाली ट्रैकरों के साथ चंपावत के पारस उपाध्याय, कपकोट से रवि देव समेत पोर्टर खिलाप सिंह, कविंद्र सिंह, मनोज सिंह, विक्रम सिंह, गोविंद सिंह शामिल थे। टूर गाइड दानू ने बताया कि वह अब तक पांच बार माउंट बलजूरी का सफल आरोहण कर चुके हैं। इस ट्रैक पर यात्रा करना कठिन है। यात्रा के दौरान तीन दिन का समय बर्फ में बिताना पड़ता है।