फर्जी शिक्षकों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। विभाग के अधिकारी जांच कर कार्रवाई कर रहे हैं। बुधवार को भी जांच में एक के बाद एक बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक निकल कर सामने आए जिन्होंने फर्जी दस्तावेज लगाकर सरकारी नौकरी हथिया ली। विभाग की ओर से इन्हें नोटिस जारी किया गया था। शिक्षकों के जवाब के बाद उच्च अधिकारी अब जांच में जुटे हैं। तथ्य सही पाए जाने पर नौ और शिक्षकों पर बर्खास्तगी की कार्रवाई हो सकती है।अब तक कुल 40 शिक्षक सस्पेंड हो चुके हैं। एक शिक्षक ने खुद त्यागपत्र सौंप दिया था। गत वर्ष जिले में प्राथमिक शिक्षा विभाग में डीएलएड डिग्री धारी अभ्यर्थियों के लिए सहायक अध्यापक की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी। ऊधमसिंह नगर में कुल 309 पदों पर भर्ती निकाली गई थी।
प्रक्रिया में 40 ऐसे शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी जिन्होंने यूपी से डीएलएड किया था और मेरिट में आने पर उनको शपथपत्र के आधार पर तत्काल परिवीक्षा पर नियुक्ति दे दी गई थी। दोनों प्रदेशों का निवास प्रमाणपत्र बनवाने के आधार पर इन पर बर्खास्तगी की कार्रवाई भी हुई। अब ऐसे ही करीब 12 और शिक्षक विभाग की पकड़ में आए हैं। जल्द इन पर भी कड़ी कार्रवाई हो सकती है।दो राज्यों में स्थायी निवास प्रमाणपत्र बनवाने के मामले में कुछ और शिक्षकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। शिक्षकों के जवाब के बाद अब परीक्षण किया जा रहा है। दोषी पाए जाने पर बर्खास्त की कार्रवाई होगी। – हरेंद्र कुमार मिश्रा, जिला शिक्षा अधिकारी







